डकोटा लोवेल, एक भक्त युवक, बिशप सैम लेजर से अनुशासन का सामना करता है । आंखों पर पट्टी बांधकर, वह पुराने पुजारी द्वारा छीन लिया गया और तबाह हो गया, जो तब डकोटा को दूसरे आदमी को खुश करने का आदेश देता है । यह गहन मुठभेड़ एक चर्च में सामने आती है, जो उनकी कामुक इच्छाओं में एक अनूठा मोड़ जोड़ती है ।