एक युवा कोरियाई लड़का, गुलाम और छीन लिया गया, एकांत कमरे में शरण लेता है । उसका मालिक, एक दृश्यरतिक, उसकी हर हरकत को देखता है, उसकी हर हरकत को तय करता है । यह प्रदर्शनीवाद और आज्ञाकारिता की दुनिया है, जहां आनंद प्रस्तुत करने से मिलता है ।