एक अच्छी तरह से लटका हुआ काला आदमी बगीचे में खुद को सुख देता है, उसके उत्साहित स्ट्रोक उसके धड़कते हुए सदस्य को गीला कर देते हैं । उनका परमानंद बढ़ता है, आत्म-भोग के सार्वजनिक तमाशे को प्रज्वलित करता है ।